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Patna News: SSP अवकाश कुमार का एक और बड़ा एक्शन, पटना में बदले गए एक ही जगह पर जमे 120 पुलिसकर्मी
जागरण संवाददाता, पटना। एसएसपी अवकाश कुमार ने लंबे समय से एक ही थाना, डीएसपी और एसडीपीओ दफ्तर में जमे 120 सिपाहियों का तबादला कर दिया। इसमें ज्यादातर आर्म्स गार्ड और रीडर हैं।
इसके पूर्व तीन थानों में थानेदार बदले गए थे और एक ही साथ 402 एसआई व एएसआई का एक थाने से दूसरे थाने में तैनाती कर दी गई थी।
इस बार थानो में तैनात आर्म्स गार्ड और डीएसपी ऑफिस में तैनात रीडर की पहचान कर उन्हें दूसरे थाना और डीएसपी आफिस से लेकर सर्किंल इंस्पेक्टर कार्यालय में तैनात कर दिया गया।
इसमें 39 रीडर है, जो लंबे समय से बख्तियारपुर, दानापुर, डुमरा, हथीदह, मसौढ़ी, पुनपुन के सर्किल इंस्पेक्टर और अन्य एसडीपीओ ऑफिस में तैनात थे।
81 आर्म्स गार्ड को एक थाना से दूसरे थाने में भेजा गया। तबादलों के चरण में थाना के चालक सहित कई अन्य सिपाहियों को इधर से उधर किया जा सकता है।
दीघा, बाढ़ और बेउर में नए थानेदारदीघा, बाढ़ और बेउर थाने में शुक्रवार की रात नए थानेदारों की तैनाती की गई। एसएसपी अवकाश कुमार के आदेश पर दीघा थानेदार ब्रजकिशोर सिंह को बाढ़ थाने की कमान सौंपी गई है।
वहीं, बाढ़ व मोकामा थानों की कांड समीक्षा में लगे इंस्पेक्टर संतोष कुमार सिंह को दीघा और दानापुर कोर्ट अभियोजन एवं सुरक्षा पदाधिकारी अमरेंद्र कुमार साह को बेउर थाने का नया थानेदार प्रतिनियुक्त किया गया है।
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Bihar News: खुशखबरी! केरल की तरह बिहार के इन दो जगहों पर बनेगा सहकारी पर्यटक होटल, मंत्री ने दी जानकारी
राज्य ब्यूरो, पटना। सहकारिता मंत्री डॉ. प्रेम कुमार केरल में सहकारिता मॉडल का अध्ययन करने के लिए दौरे पर हैं। उनके साथ विभाग के सचिव धर्मेन्द्र सिंह और अपर सचिव अभय कुमार सिंह समेत अन्य पदाधिकारी भी गए हैं।
मंत्री डॉ. प्रेम कुमार के मुताबिक रविवार को केरल के मुन्नार स्थित टी एंड यू लीजर होटल का दौरा किया, जो एक सहकारी पर्यटक होटल है। इस होटल को वहां के सहकारी बैंक ने बनवाया है, जो पर्यटकों के लिए पसंदीदा होटल में शुमार है।
उन्होंने कहा कि बिहार के गया और राजगीर जैसे पर्यटक स्थलों में ऐसे को-ऑपरेटिव प्रोजेक्ट को लागू कर सफलतापूर्वक संचालित किया जा सकता है। इन दोनों स्थलों पर भारी संख्या में देश-विदेश से पर्यटक आते हैं, जिन्हें किफायती दर पर सहकारी पर्यटक होटल के माध्यम से उत्तम व्यवस्था उपलब्ध करायी जा सकेगी।
रोजगार की संभावना होगी विकसितइस प्रकार के मॉडल और नवाचार को लागू किया जाएगा। इससे स्थानीय स्तर पर रोजगार की संभावना विकसित होगी। साथ ही, राज्य में सहकारी समितियों को बहुआयामी बनाया जा सकेगा जो राज्य के सर्वांगीण विकास में सहायक होंगी।
उन्होंने कहा कि केरल के मुन्नार सहकारी पर्यटक होटल एक एकड़ भूमि में निर्मित है। इस होटल में 35 हजार वर्ग फीट के क्षेत्र में 34 प्रीमियर कमरे, दो आधुनिक कांफ्रेंस हॉल तथा 100 सीटिंग क्षमता वाले रेस्टोरेंट, कॉफी शॉप तथा मसाला शॉप है।
मंत्री और उनकी टीम ने मुन्नार सर्विस को-ऑपरेटिव बैंक का भी भ्रमण किया और वहां की कार्यप्रणाली को देखा और जाना।
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Bihar Politics: क्या बिहार चुनाव में किंगमेकर बनेंगे मुकेश सहनी? अपनी ओर खींचने में जुटे दोनों गठबंधन
सुनील राज, पटना। बिहार में इस बार का विधानसभा चुनाव बेहद अहम होगा। असल में एक ओर सत्तारूढ़ दल अपनी अगली पारी के लिए जी जान लगा रहा है तो दूसरी ओर विपक्षी दल भी चुनाव में जीत के लिए कोई कसर बाकी नहीं रहने देना चाहते।
जाहिर है इसके लिए दोनों ओर जोड़-तोड़ की कोशिशें भी जारी है। चुनाव के पहले होने वाली ऐसी कवायदों के बीच महत्वपूर्ण यह है कि मल्लाह नेता मुकेश सहनी दोनों गठबंधन के चहेते बन गए हैं।
खुद को निषादों का नेता बताने वाले विकासशील इंसान पार्टी के संस्थापक मुकेश सहनी आईएनडीआईए गठबंधन के साथ है। प्रदेश के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव से उनकी नजदीकी भी विशेष है। बावजूद एनडीए सहनी को अपने पाले में करने में कोई कोर-कसर छोड़ नहीं रहा।
आए दिन उनके एनडीए गठबंधन में जाने की चर्चा जोर पकड़ती है। 2020 की भांति एनडीए इस चुनाव भी मुकेश सहनी और उनकी पार्टी वीआईपी को अपने साथ खड़ा करने की कोशिशों में जुटी है।
सहनी असल में 2024 के लोकसभा चुनाव के वक्त महागठबंधन में आए। राजद ने बड़ा दिल दिखाते हुए उन्हें अपने खाते से तीन सीटों पर चुनाव लड़ने का मौका भी दिया। लोकसभा के उस चुनाव के बाद से सहनी और तेजस्वी की नजदीकी जो बढ़ी वह आज भी कायम है।
सहनी ने कर दी है ये मांगलेकिन, उन्होंने बीते दिनों विधानसभा की साठ सीट और उप मुख्यमंत्री पद की दावेदारी की मांग कर आईएनडीआईए गठबंधन के अन्य दलों की चिंता बढ़ा दी है।
सहनी के इस दावे के बाद भी 17 अप्रैल को पटना में हुई महागठबंधन दल की बैठक में तेजस्वी यादव ने उनके प्रति पूरा सम्मान दिखाया और अपनी दाई तरफ अगर कांग्रेस को बिठाया तो बाईं ओर मुकेश सहनी को भी कांग्रेस के बराबर ही तवज्जो दी।
विश्लेषक मानते हैंं कि राजद सहनी को गठबंधन में बांधे रखना चाहता है। इसकी वजह है निषाद, मल्लाह वोट। एनडीए गठबंधन भी इसी वोट बैंक के लिए सहनी को अपने साथ खड़ा करना चाहता है। बता दें कि सहनी बिहार में मल्लाह, निषादों की आबादी 14 प्रतिशत होने का दावा करते हैं।
हालांकि, जाति आधारित सर्वे के आंकड़ों की माने तो यह आबादी करीब 2.60 प्रतिशत के करीब है। बहरहाल सहनी लगातार एनडीए में जाने की अटकलों-बयानों को खारिज करते रहे हैं।
वे बार-बार एक ही बार दोहराते हैं दूध का जला मट्ठा फूंक कर पीता है। बहरहाल चुनाव में अभी थोड़ा विलंब है। चुनाव के पहले कौन कहां होगा, यह तो आने वाले समय ही तय करेगा।
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Bihar News: छात्रों के लिए बड़ी खुशखबरी, बिहार को मिलेगा पहला सहकारिता महाविद्यालय; मंत्री ने दी जानकारी
दीनानाथ साहनी, पटना। बिहार में सहकारिता महाविद्यालय को स्थापित करने की तैयारी हो रही है। इससे राज्य में ग्रामीण अर्थव्यवस्था सशक्त होगी, स्वरोजगार और छोटी उद्यमिता का विकास होगा, सामाजिक समावेशन भी बढ़ेगा और नवाचार और अनुसंधान में नए मानक स्थापित करने के अवसर मिलेंगे।
यह महाविद्यालय सहकारिता क्षेत्र में रोजगार के नए अवसर पैदा करेगा और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती देगा। इस महाविद्यालय को गुजरात में स्थापित होने वाले त्रिभुवन सहकारी विश्वविद्यालय से संबद्ध किया जाएगा।
सहकारिता मंत्री डॉ. प्रेम कुमार ने राज्य में सहकारिता महाविद्यालय को स्थापित करने संबंधी प्रस्ताव तैयार करने का निर्देश अफसरों को दिया है।
इसमें डिग्री प्रोग्राम, दूरस्थ शिक्षा और ई-लर्निंग पाठ्यक्रम उपलब्ध होंगे जिससे सहकारी क्षेत्र को प्रशिक्षित एवं पेशेवर युवा मिलेंगे।
सहकारिता विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि पैक्सों में सचिव के पद हों या कोआपरेटिव बैंकों में नियुक्तियों का मामला हो, सभी में बिना किसी मान्य डिग्री के नियुक्तियां होती हैं, क्योंकि सहकारिता के क्षेत्र में अभी तक कोई मान्य डिग्री नहीं होती है, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा।
त्रिभुवन सहकारिता विश्वविद्यालय में विशेष रूप से सहकारिता क्षेत्र के लिए डिग्री, डिप्लोमा और पीएचडी कोर्स बनाए जा रहे हैं।
यूनिवर्सिटी बनने के बाद अब मानक डिग्री धारकों को ही पैक्सों में सचिव के पद हों या कोआपरेटिव बैंकों में नौकरी मिलेगी। नवाचार को प्रोत्साहन मिलेगा।
जमीन पर मजबूत सहकारी खाका तैयार होगा। ग्रामीण अर्थव्यवस्था को धार मिलेगी। एक नया सहकारी कल्चर भी शुरू होगा।
दस एकड़ भूमि पर निर्माण होगा यूनिवर्सिटी कैंपसविभागीय मंत्री के निर्देश के आलोक में प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है। इसमें महाविद्यालय के लिए दस एकड़ भूमि उपलब्ध कराने का प्रस्ताव है। इसके लिए भूमि को चिह्नित करने का निर्देश दिया गया है।
महाविद्यालय का भवन और कैंपस सहकारिता थीम पर निर्माण होगा। विभाग के एक अधिकारी के मुताबिक केंद्र सरकार द्वारा त्रिभुवन सहकारी विश्वविद्यालय की स्थापना गुजरात में की जा रही है, लेकिन पूरे देश की सहकारी संस्थाओं को इससे संबद्ध किया जाएगा।
पहले वर्ष में ही प्रत्येक जिले में कॉलेज और स्कूल को खोले जाएंगे। नई शिक्षा नीति के मानकों के अनुरूप दसवीं-12वीं के लिए भी कोर्स होंगे। इंजीनियरिंग के छात्रों के लिए भी कोर्स का डिजाइन किया गया है।
साथ ही पाठ्यक्रम में ई-लर्निंग कोर्स भी शामिल किए जाएंगे। युवाओं के लिए डिग्री, डिप्लोमा एवं पीएडी के पाठ्यक्रम चलाए जाएंगे।
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Bihar News आंधी-तूफान में भी नई गुल होगी बिजली, नई व्यवस्था करने की तैयारी में इलेक्ट्रिसिटी डिपार्टमेंट
राज्य ब्यूरो, पटना। आंधी-पानी से ध्वस्त हुई संचरण लाइन के बाद भी बिजली आपूर्ति बाधित नहीं हो इसे केंद्र में रखकर बिजली कंपनी एक वैकल्पिक संचरण लाइन पर विचार कर रही है। एक लाइन से विद्युत आपूर्ति बाधित होने की स्थिति में दूसरे लाइन से बिजली आपूर्ति बहाल कर दी जाएगी।
फिलहाल प्रमंडलीय मुख्यालय स्तर पर नई व्यवस्था का मंथनबिजली कंपनी की यह योजना है कि फिलहाल प्रमंडलीय मुख्यालय में इस नई व्यवस्था को आरंभ किया जाए। आम तौर जिला मुख्यालय में ही प्रमंडलीय कार्यालय भी हैं। प्रमंडलीय मुख्यालय स्तर पर वैकल्पिक संरचण लाइन की व्यवस्था हो जाने के बाद जिला मुख्यालय भी इस व्यवस्था से जुड़ जाएंगे।
इस तरह से व्यवस्था की योजनावैकल्पिक संचरण लाइन के तहत जो व्यवस्था की जा रही उसके तहत यह होना है कि वर्तमान में जो संचरण लाइन है, उसके समानांतर एक नई लाइन को लगा लिया जाए। जिस संचरण लाइन से बिजली सामान्य तौर पर जा रही है, उसके आंधी-पानी में ध्वस्त होने कि स्थिति में वैकल्पिक संचरण लाइन से बिजली की आपूर्ति आरंभ कर दी जाए।
ऐसा होने से पूरे शहर में या फिर शहर के किसी हिस्से में बिजली बंद करने की नौबत नही आएगी। प्रमंडलीय मुख्यालय का क्षेत्र बहुत बड़ा नहीं होता इस वजह से यह काम सहजता से कर पाना संभव है।
अत्याधुनिक ट्री कटिंग मशीन लाए जाने की भी तैयारीआमतौर पर यह होता है मानूसन पूर्व की तैयारी के क्रम में संचरण लाइन के समीप स्थित बड़े पेड़ों की कटाई-छंटाई होती है। बड़े पेड़ के ऊपर के हिस्से की कटिंग में परेशानी होती है। इसलिए यह तैयारी है कि अत्याधुनिक ट्री कटिंग मशीन की व्यवस्था की जाए।
इस मशीन के माध्यम से पेड़ के ऊपर वाले हिस्से कि कंटाई -छंटाई आसानी से हो सकेगी। इस मशीन के माध्यम से आंधी-पानी के पहले और बाद में भी पेड़ों की कटिंग सहजता से हो सकेगी। संचरण लाइन को दुरुस्त करने में भी कम समय लगेगा।
इमरजेंसी रेस्टोरेशन प्लान भी तैयार किया जाएबिजली कंपनी के सीएमडी ने हाल ही में अपने अधिकारियों को यह निर्देश दिया था कि आंधी-पानी के दौरान ध्वस्त हुई बिजली व्यवस्था को दुरुस्त किए जाने को लेकर एक इमरजेंसी रेस्टोरेशन प्लान तैयार किया जाए। इसके लिए फीडर के आधार पर योजना बनाई जा रही है। कुशल मानव बल की व्यवस्था तुरंत उपलब्ध हो इसे भी देखा जा रहा है।
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राज्य ब्यूरो, पटना। राज्य में अगर महागठबंधन की सरकार बनती है तो तेजस्वी यादव ही मुख्यमंत्री होंगे। कांग्रेस अभी उनका नाम प्रस्तावित करने से परहेज कर रही है। यह उसकी रणनीति है। डर यह है कि तेजस्वी का नाम प्रस्तावित करने पर उनके समर्थक अति उत्साह में न आ जाएं।
अति उत्साह से बचने के लिए तेजस्वी के नाम का एलान नहींराजद समर्थकों का अति उत्साह ही वह तत्व है, जिससे एनडीए को ताकत मिलती है। लोकसभा चुनाव के समय भी जमुई की एक सभा में एक राजद कार्यकर्ता की अप्रिय टिप्पणी से माहौल खराब हो गया था।
उस कार्यकर्ता ने लोजपा (रामविलास) के लिए असंसदीय शब्दों का प्रयोग किया। उसका बुरा असर पड़ा। कांग्रेस कहे न कहे, राजद के समर्थक तेजस्वी को अगला मुख्यमंत्री मानकर चल रहे हैं। वे उसी भावना से उत्साह का भी प्रदर्शन कर रहे हैं।
महागठबंधन का नेतृत्व तेजस्वी को देने से कांग्रेस को परहेज नहींतीन दिन पहले महागठबंधन के छह दलों की बैठक में भी नेतृत्व का मुद्दा उठा। प्रश्न पूछा गया कि समन्वय समिति का अध्यक्ष कौन होगा? किसी के कुछ कहने से पहले कांग्रेस के प्रभारी कृष्णा अल्लाबारू ने तेजस्वी यादव का नाम ले लिया। इससे पता चलता है कि समग्रता में तेजस्वी को महागठबंधन का नेतृत्व देने में कांग्रेस को परहेज नहीं है।
कांग्रेस की ओर से यह संवाद तेजस्वी को भी दे दिया गया है कि महागठबंधन की सरकार बनेगी तो आप ही मुख्यमंत्री होंगे, लेकिन अभी इसे घोषित नहीं किया जाए। शुक्रवार को प्रेस कान्फ्रेस में मुख्यमंत्री वाला प्रश्न राजद के मुख्य राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. मनोज झा से पूछा गया।
मनोज झा ने इशारों में कर दिया सब कुछ क्लीयरमनोज झा का उत्तर था कुछ सार्वभौमिक सत्य होते हैं, जैसे कि सूर्य का उदय पूरब दिशा में होना। इससे आगे आप समझ रहे होंगे। यानी राजद भी कांग्रेस की रणनीति को स्वीकार कर रहा है।
हालांकि, जमीनी सच यह है कि राजद के कार्यकर्ता तेजस्वी यादव को अगला मुख्यमंत्री मानकर पूरी तरह उत्साहित हैं। वे इंटरनेट मीडिया के माध्यम से अपने अति उत्साह का प्रदर्शन भी कर रहे हैं।
राजद और कांग्रेस ने पंचायत स्तर पर दलों के बीच समन्वय की कमी की चर्चा की थी। पूर्व अध्यक्ष डॉ. मदनमोहन झा ने कहा था कि 2020 के विधानसभा चुनाव में महागठबंधन के दलों के बीच गांव-पंचायत स्तर पर समन्वय नहीं हुआ था। कांग्रेस की यह सलाह भी मान ली गई कि समन्वय समिति का गठन जिला, प्रखंड और पंचायत स्तर पर हो।
24 अप्रैल को प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय सदाकत आश्रम में होने वाली समन्वय समिति की बैठक में इस पर भी विचार किया जाएगा। कांग्रेस की सलाह यह भी है कि सभी छह दलों के प्रदेश अध्यक्ष, जिला अध्यक्ष और प्रखंड अध्यक्ष एक साथ बैठे।
इन बैठकों में भी यह बताया जाएगा कि राजद के कार्यकर्ता ऐसा कुछ न करें, जिससे कमजोर वर्गों के बीच डर का माहौल बने। क्योंकि विकास की तमाम उपलब्धियों के बावजूद राजद का डर दिखाना एनडीए के चुनावी एजेंडा में पहले नंबर पर है।
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Bihar News: बिहार में अफीम की खेती पर बड़ा एक्शन, 800 एकड़ की फसल नष्ट; 146 लोगों के खिलाफ दर्ज हुई FIR
राज्य ब्यूरो, पटना। राज्य में नक्सलियों के घटते प्रभाव का असर अवैध ढंग से की जा रही अफीम की खेती पर भी पड़ा है। बिहार पुलिस और केंद्रीय सुरक्षा बलों के सघन ऑपरेशन से उनका दायरा अब झारखंड के सीमावर्ती जंगली इलाकों तक ही रह गया है। इन इलाकों में भी सेटेलाइट तस्वीरों और ड्रोन की मदद से अफीम के अवैध खेतों को चिह्नित कर कार्रवाई की जा रही है।
छह माह में करीब आठ सौ एकड़ में लगी अफीम की फसल नष्टबिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू), नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) और अन्य केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों ने पिछले छह माह में करीब आठ सौ एकड़ में लगी अफीम समेत अन्य मादक पदार्थों की अवैध खेती को नष्ट किया है।
इसमें 790.5 एकड़ में अफीम, जबकि 21.54 एकड़ में भांग की अवैध खेत को नष्ट किया गया है। इस मामले में 146 प्राथमिकी भी दर्ज की गई हैं, जिसके आधार पर आरोपितों को चिह्नित कर कार्रवाई की जा रही है।
आधी हुई नक्सल प्रभावित जिलों की संख्याबिहार में पिछले छह सालों में नक्सल प्रभावित जिलों की संख्या आधी हो गई है। वर्ष 2018 में जहां 16 जिले नक्सल प्रभावित थे वहीं अब सात-आठ जिले ही नक्सली असर वाले रह गए हैं। उत्तर बिहार को नक्सल मुक्त घोषित किया जा चुका है।
अब दक्षिण बिहार में झारखंड से सटे नक्सलियों के बचे-खुचे प्रभावित क्षेत्रों को चिह्नित कर सुरक्षा और संचार के माध्यम मजबूत किए जा रहे हैं। इसका असर भी हो रहा है। पहले जिन इलाकों में पुलिस और सुरक्षाबलों की पहुंच नहीं थी, अब वहां लगातार गश्ती हो रही। इसके कारण इन इलाकों में अफीम की खेती या अन्य अवैध काम कम हुए हैं।
पुलिस के वरीय अधिकारियों के अनुसार, अब अफीम की खेती मुख्य रूप से झारखंड से सटे जंगली इलाकों तक रह गई है। इसमें गया के चकरबंधा और धनगई जबकि औरंगाबाद के कुछ इलाके हैं, जहां इस साल बिहार पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों ने संयुक्त ऑपरेशन चलाया गया है।
ऑपरेशन में मिल रहा लोगों का सहयोगइस ऑपरेशन में जनसहयोग भी मिल रहा है और आसपास के लोग भी पुलिस को इन अवैध कामों की जानकारी दे रहे हैं। पुलिस का दावा है कि जल्द ही इन सुदूर जंगली इलाकों से भी नक्सल प्रभाव के साथ अफीम की खेती भी इतिहास की बात हो जाएगी।
इस तरह घट रहा प्रभाव वर्षअफीम की नष्ट फसल 2022-23 1289.60 एकड़ 2023-24 2486.70 एकड़ 2024-25 812.04 एकड़
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Bihar Weather: बिहार के इन 4 जिलों में बिगड़ने वाला है मौसम, बारिश के साथ बिजली गिरने की भी संभावना; अलर्ट जारी
जागरण संवाददाता, पटना। Bihar Weather: प्रदेश के मौसम में धीरे-धीरे बदलाव के आसार हैं। आंधी-तूफान और बारिश के बाद सोमवार से धीरे-धीरे तापमान में वृद्धि होने के साथ गर्मी बढ़ेगी। मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार अगले 24 घंटों के दौरान पटना सहित आसपास इलाकों में आंशिक रूप से बादल छाए रहने की संभावना है। कुछ स्थानों पर गरज-तड़क के आसार हैं।
चार जिलों के लिए यलो अलर्ट जारीप्रदेश के चार जिलों सुपौल, अररिया, किशनगंज और पूर्णिया के एक या दो स्थानों पर मेघ गर्जन, वज्रपात और 30-40 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से तेज हवा को लेकर यलो अलर्ट जारी किया गया है। चार दिनों के दौरान अधिकतम तापमान में चार से छह डिग्री वृद्धि की संभावना है।
इन जिलों में हुई बारिशबीते 24 घंटों के दौरान जमुई, बांका, लखीसराय, मुंगेर, नालंदा, गोपालगंज, बेगूसराय, सिवान के अलग-अलग जिलों में वर्षा दर्ज की गई। शनिवार को पटना व आसपास के इलाकों में आंशिक रूप से बादल छाए रहने के साथ पुरवा के कारण नमी में वृद्धि हुई, इससे लोगों को उमस भरी गर्मी का सामना करना पड़ा।
प्रदेश के प्रमुख शहरों के मौसम का हाल शहर अधिकतम (तापमान डिग्री सेल्सियस में)न्यूनतम (तापमान डिग्री सेल्सियस में) पटना 32.8 23.4 गया 35.7 22.6 भागलपुर 32.8 22.6 मुजफ्फपुर 31.8 22.6 पहाड़ी इलाकों में मोबाइल नेटवर्क की बढ़ी समस्या
आंधी व वर्षा के कारण पहाड़ी इलाकों में हुए नुकसान के कारण नेटवर्क की परेशानी बढ़ गई है। दूरसंचार कंपनियों को लगातार शिकायत मिल रही है। खासकर बीएसएनएल की ही पहाड़ी इलाकों में अधिक नेटवर्क होने के कारण उन्हें बेहतर करने का आग्रह किया जा रहा है।
बताया जाता है कि बीते सप्ताह आंधी के कारण गया व राजगीर के पहाड़ी इलाकों का नेटवर्क ध्वस्त हो गया था। दूरसंचार कंपनियों की ओर से इसे दुरुस्त करने की कवायद की जा रही है। खासकर, इस इलाकों में बीएसएनएल का नेटवर्क अधिक होने के कारण इन्हें दुरुस्त करने में भी समय लगा है।
बीएसएनएल के मुख्य महाप्रबंधक आरके चौधरी ने बताया कि नेटवर्क व्यवस्थित किया जा रही है। प्रधान महाप्रबंधक (मोबाइल सेवा) शंकर प्रसाद ने बताया कि बीटीएस के संस्थापन का कार्य तीव्रता से जारी है।
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Bihar School News: 1 मई से बदल जाएगा हाजिरी लगाने का नियम, 30 सरकारी स्कूलों पर पहले होगा लागू
राज्य ब्यूरो, पटना। 1 मई से राज्य के 30 सरकारी विद्यालयों में बच्चों के हाजिरी लगाने के नियमों में बदलाव किया जा रहा है।
1 मई से राज्य के 30 सरकारी विद्यालयों में बच्चों की ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज की जाएगी। इसके लिए पहले ही शिक्षा विभाग द्वारा संबंधित विद्यालयों को टैबलेट उपलब्ध कराया जा चुका है।
ऑनलाइन उपस्थिति के लिए बच्चे एवं शिक्षक सॉफ्टवेयर पर अपना रजिस्ट्रेशन करेंगे। यह नई व्यवस्था पहले चरण में 30 स्कूलों में लागू की जा रही है। रोचक यह कि ऑनलाइन उपस्थिति वाला सॉफ्टवेयर यह भी बताएगा कि उपस्थित बच्चों में से कितने बच्चों ने मध्याह्न भोजन खाया।
शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ ने शनिवार को शिक्षा की बात हर शनिवार में कहा कि ऐसी व्यवस्था की जा रही है कि इसी सत्र से छठी कक्षा और इससे ऊपर की कक्षाओं के बच्चे भौतिक किताबों के साथ डिजिटल किताबें भी पढ़ सकेंगे।
बच्चे चाहें, तो डिजिटल किताबों को अपने स्कूल की डिजिटल लाइब्रेरी से पेनड्राइव में डाउनलोड भी कर सकेंगे। इसके लिए प्रत्येक सरकारी विद्यालय में आईसीटी लैब के साथ डिजिटल लाइब्रेरी की व्यवस्था होगी।
इसके लिए राज्य शिक्षा शोध एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) को यह निर्देश दिया गया है कि शिक्षकों को दी जा रही ट्रेनिंग के अनुरूप विद्यालयों में पढ़ाई हो। यह देखने के लिए भी कहा गया है कि शिक्षकों को दी जा रही ट्रेनिंग स्कूलों में क्रियान्वित हो रही है या नहीं ? अगर नहीं हो रही है, तो उसे सुनिश्चित कराएं।
विद्यालय में प्रतिदिन सबेरे 6.30 बजे चेतना सत्र में हर शिक्षक की उपस्थिति अनिवार्य है।
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Gold Price Hike: 1 लाख के करीब पहुंचा सोना, निवेशकों की बढ़ी दिलचस्पी; जमकर काट रहे मुनाफा
नलिनी रंजन, पटना। Gold Silver Price Hike: वैश्विक बाजार में ऊथल-पुथल की स्थिति होने के कारण स्वर्ण आभूषण की कीमत लगातार नई ऊंचाई को छू रही है। बीते छह महीनों में सोना ने प्रति 10 ग्राम 23-26 हजार तो चांदी ने भी 10-12 हजार रुपये का रिटर्न दिया है। इस कारण सोने में निवेश के प्रति लोगों की दिलचस्पी बढ़ी है।
उपभोक्ता निवेश के तौर पर आभूषण बाजार के साथ एमसीएक्स पर भी वायदा बाजार में कारोबार कर रहे हैं। इसके अतिरिक्त गोल्ड बांड के माध्यम से भी निवेश हो रहे हैं।
पाटलिपुत्र सर्राफा संघ के अध्यक्ष विनोद कुमार और तनिष्क फ्रेजर रोड के प्रबंधक उमेश टेकरीवाल ने बताया कि बीते दो-तीन वर्षों में सोना ने बेहतर रिटर्न दिया है। आंकड़े पर गौर करें तो दिसंबर 2022 को 24 कैरेट सोना 52 हजार रुपये था, जो 13 दिसंबर 2024 में 78,650 रुपये तक पहुंच गया।
कारोबारी संजय भोंसले ने बताया कि अगस्त 2022 में चांदी 53,151 रुपये प्रति किलो थी। दिसंबर 2023 में 72 हजार पार कर गई। दिसंबर 2024 में 90 हजार रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई। शनिवार को इसकी कीमत 96 हजार रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई।
निवेश में वायदा बाजार से मिलती पूरी राशिनिवेशक आभूषण के साथ गोल्ड बांड एवं शेयर बाजार के एमसीएक्स पर भी सौदा करते हैं। शेयर बाजार के वायदा कारोबार में सौ प्रतिशत राशि निवेशक को मिल जाते हैं। आभूषण में की स्थिति में मेकिंग चार्ज काट लिया जाता है।
हालांकि, आभूषण का एक अलग ही क्रेज है। इसमें लोग इसका उपयोग के बाद पूरी कीमत वसूल कर, दूसरा आभूषण प्राप्त कर लेते हैं।
छह महीनों का अधिकतम मूल्य- नवंबर 2024 - 7,520
- दिसंबर 2024 - 7,365
- जनवरी 2025- 7,790
- फरवरी 2025- 8,130
- मार्च 2025 - 8,400
- अप्रैल 2025 - 8,985
- नवंबर 2024 - 7,015
- दिसंबर 2024 - 7,100
- जनवरी 2025- 7,170
- फरवरी 2025- 7,790
- मार्च 2025 - 7,995
- अप्रैल 2025 - 8,265
नोट- राशि प्रति एक ग्राम 22 कैरेट सोना का है। इसमें जीएसटी लागू नहीं है।
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Patna News: बिहटा में दिल दहलाने वाली घटना, पत्नी के बाद पति ने भी कर ली आत्महत्या
संवाद सूत्र, बिहटा (पटना)। Patna News: शनिवार की शाम को बिहटा थाना क्षेत्र के राघोपुर में दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। जहाँ एक युवक ने अपनी पत्नी के गुजर जाने के बाद परेशान होकर गले मे फंदा डाल कर आत्महत्या कर ली है।
घटना की सूचना के बाद स्वजनों में कोहराम मच गया। मृतक की पहचान राघोपुर निवासी मुख्तार आलम के 28 वर्षीय पुत्र मोहम्मद जावेद उर्फ रिंकू के रूप में की जा रही है।घटना में सबसे चौंकाने वाली बात यह है की आज के ठीक 21 दिन पहले उसी कमरे में मृतक की उसकी पत्नी फरजाना प्रवीण (उर्फ फरहाना खातून) गुस्से में आकर गले मे फंदा लगाकर अपनी जान दे दी थी।
21 दिन पहले पत्नी ने की थी आत्महत्याघटना के बाद पति काफी तनाव में रह रहा था। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आज के 21 दिन पूर्व ईद के एक दिन पहले मृतक की पत्नी गुस्से में आकर आत्महत्या कर ली थी। पत्नी की मौत के बाद से ही जावेद गहरे सदमे और तनाव में था। वह डिप्रेशन में चला गया था और काफी गुमसुम रहता था।शनिवार को उसने भी उसी कमरे में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली।
मौके पर पहुंची पुलिसघटना की सूचना मिलते ही बिहटा पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।मौके पर एफएसएल की टीम ने पहुंचकर साक्ष्य एकत्र किए हैं। जिनके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।गौरतलब है कि फरजाना की दो साल पहले जावेद से शादी हुई थी।
दंपत्ति की एक 14 माह की बच्ची भी है। स्वजनों के अनुसार फरजाना भी कुछ समय से मानसिक रूप से परेशान थी।इन दोनों आत्महत्याओं ने पूरे गांव में शोक और चिंता का माहौल पैदा कर दिया है।पुलिस हर पहलू पर जांच कर रही है कि कहीं इसके पीछे कोई और वजह तो नहीं है।
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Bihar Police News: 6 IPS अधिकारी ट्रेनिंग के लिए जाएंगे हैदराबाद, नामों की लिस्ट आई सामने
राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार कैडर के छह आईपीएस अधिकारी प्रशिक्षण लेने राष्ट्रीय पुलिस अकादमी हैदराबाद जाएंगे। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम 21 अप्रैल से 16 मई तक चलेगा।
इस दौरान अधिकारी मिड करियर ट्रेनिंग प्रोग्राम फेज तीन का प्रशिक्षण लेंगे। गृह विभाग ने इससे जुड़ा आदेश जारी करते हुए इन अधिकारियों के प्रतिस्थानी भी तय कर दिए हैं।
बिहार स्वाभिमान विशेष सशस्त्र पुलिस बल बगहा के समादेष्टा मिथिलेश कुमार की अनुपस्थिति में बगहा एसपी सुशांत कुमार सरोज, मुजफ्फरपुर रेल एसपी विनय तिवारी की अनुपस्थिति में मुजफ्फरपुर के सिटी एसपी विश्वजीत दयाल और एमपीटीसी डुमरांव के प्राचार्य सह समादेष्टा महेंद्र कुमार बसंत्री की अनुपस्थिति में बी-सैप चार डुमरांव के समादेष्टा अजय कुमार पांडेय उनसे जुड़ी जिम्मेदारी संभालेंगे।
होमगार्ड सह अग्निशमन सेवाएं के डीआईजी सुधीर पोरिका, विशेष शाखा (जी) के एसपी विनीत कुमार और निगरानी ब्यूरो के एसपी मनोज कुमार की अनुपस्थिति में उनके प्रतिस्थानी आंतरिक व्यवस्था से तय किए जायेंगे।
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Patna News: पटना एयरपोर्ट को लेकर नया नियम आया सामने, नहीं मानने पर लगेगा भारी जुर्माना
जागरण संवाददाता, पटना। Patna News: ऐसा कोई उपकरण जिससे लेजर लाइट निकलती हो, उसका उपयोग पटना एयरपोर्ट के आसपास के क्षेत्र में नहीं किया जाएगा। शादी अथवा अन्य समारोह में बैंड-बाजा या डीजे बजाने से पूर्व संबंधित थाने से अनुमति लेने होगी। आश्वस्त करना होगा कि उसमें लगी लाइट हवाईअड्डा तक नहीं पहुंचेगी। इसके बाद ही थाने से अनुमति मिलेगी।
यह निर्देश विशेषकर एयरपोर्ट, फुलवारीशरीफ, गर्दनीबाग और सचिवालय थाना क्षेत्रों के लिए है, जो हवाईअड्डा के करीब हैं। इस संबंध में शुक्रवार को एसएसपी ने बैठक कर थानेदारों और एसडीपीओ को निर्देश दिए। बैठक के उपरांत थानेदारों ने डीजे बजाने को लेकर संचालकों से बंधपत्र भरवाया।
इसमें संचालकों ने रात 10 बजे के बाद डीजे नहीं बजाने की शपथ ली। इसके अलावा उन्होंने पुलिस को आश्वस्त किया कि वे रात में लेजर लाइट का प्रयोग नहीं करेंगे।
ऐसा करने पर उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। गौर हो कि गुरुवार को पटना एयरपोर्ट पर लैंडिंग के दौरान पुणे की फ्लाइट पर लेजर लाइट पड़ने की वजह से संतुलन बिगड़ गया था, जिसके कारण बड़ा हादसा हो सकता था।
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Patna News: आरपीएफ ने पटना जंक्शन से 6 शातिर अपराधियों को दबोचा, यात्रियों के लिए मुसीबत बन गए थे ये बदमाश
जागरण संवाददाता, पटना। Patna News: रेलवे सुरक्षा बल के इंस्पेक्टर शंकर अजय पटेल के नेतृत्व में शनिवार को पटना जंक्शन पर सघन छापेमारी अभियान चलाया गया। इस क्रम में आरपीएफ की ओर से पटना जंक्शन के बुकिंग काउंटर, प्लेटफार्म संख्या चार व करबिगहिया बुकिंग काउंटर के पास से संदिग्ध परिस्थिति में चार शातिर चोरों को गिरफ्तार कर लिया।
चार स्मार्ट मोबाइल फोन भी बरामद कर लिया गयाउनके पास से चार स्मार्ट मोबाइल फोन भी बरामद कर लिया गया। इस दौरान आरपीएफ ने कमला नेहरु नगर निवासी शत्रुघ्न पासवान के पुत्र चंदन पासवान, भोजपुर के बलिगांव निवासी नारायण साव, रामकृष्ण नगर जगनपुरा निवासी संदीप कुमार एवं मनिगाछी थाना क्षेत्र के जगदीशपुर निवासी बबलू साहनी को गिरफ्तार कर जीआरपी को सुपुर्द कर दिया गया।
चारों को जेल भेज दिया गयाजीआरपी की ओर से मामला दर्ज कर चारों को जेल भेज दिया गया। वहीं दूसरी ओर, प्लेटफार्म संख्या एक पर खड़ी ट्रेन संख्या 12742 के जनरल बोगी के यात्रियों का सामान गायब कर भाग रहे अपराधी सालिमपुर अहरा निवासी मनीष कुमार को आरपीएफ के अधिकारियों ने रंगे हाथ दबोच लिया।
उसके पास से बिटृटू कुमार का ड्राइविंग लाइसेंस, बब्लू कुमार का आधार कार्ड , एक स्मार्ट फोन एवं 634 रुपये नकद बरामद कर लिया गया।
वहीं, दूसरी ओर, महावीर मंदिर के पीछे से वाराणसी के मनोकामना घाट निवासी काशी गिरी को चार एंड्रोआयड स्मार्ट फोन के साथ गिरफ्तार कर जीआरपी को सुपुर्द कर दिया। छापेमारी टीम में निरीक्षक शंकर अजय पटेल, सत्येन्द्र कुमार , के के कनक, विपीन कुमार चतुर्वेदी, संदीप कुमार गौतम समेत अन्य सुरक्षा बल शामिल थे।
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Patna News: पटना में कैब चालक क्यों हुए नाराज? ले लिया बड़ा फैसला; सफर हो जाएगी महंगा
जागरण संवाददाता, पटना। Patna News: टैक्सी यानी कैब चलाने वाले चालक चार्ज घटने से नाराज हैं। उनका कहना है कि चार्जेज घटन से कैब चलाना घाटे का सौदा होता जा रहा है। बुकिंग कराने पर न्यूनतम किराया 45 रुपये है। इस पर जीएसटी देना पड़ता है।
कैब चालकों का कहना है कि अब गर्मी आ रही है। एसी चलने लगा है। अब टैक्सी चलाने की लागत बढ़ जाएगी। इस मुद्दे पर शनिवार को निजी टैक्सी तथा ओला, उबर सहित अन्य कंपनी के चालकों ने नो एसी अभियान चलाया। फैसला लिया गया बिना अतिरिक्त शुल्क के एसी नहीं चलाया जाएगा।
पटना कैब ड्राइवर यूनियन (इंटक) के संरक्षक अनिल द्विवेदी ने बताया कि कैब चालकों के समक्ष आर्थिक संकट उत्पन्न हो गया है। खर्च नहीं निकल पा रहा है। कंपनियों ने किराया घटा दिया है। उबर कम से कम 100 रुपये न्यूनतम राशि के बाद किलोमीटर के हिसाब से बुकिंग कराता है।
एसी चलाने के एवज में वसूली जाएगी अतिरिक्त राशिएक कंपनी ने न्यूनतम राशि की व्यवस्था हटा दी है। कोई सुनने वाला नहीं है। वाहन, ईंधन, चालक, एसी का खर्च जोड़ा जा सकता है। इसमें कंपनी की रायल्टी और जीएसटी मिलाकर 30 प्रतिशत हो जाता है। ऐसे में खर्च नहीं निकल रहा है। चालक और वाहन मालिक भुखमरी के कगार पर आ गए हैं। ऐसी स्थिति में सवारी से एसी चलाने के एवज में हमलोगों ने अतिरिक्त शुल्क मांगने का फैसला लिया है।
पटना कैब ड्राइवर यूनियन (इंटक) के अध्यक्ष धनंजय सिंह ने बताया कि गर्मी बढ़ने के कारण सवारी एसी चलाने को कहती है। एसी चलाने पर टैक्सी चलाना घाटे का सौदा हो रहा है। कंपनियां ध्यान नहीं दे रही है। कैब चालक शशिकांत ने बताया कि साढ़े चार किलोमीटर दूरी की एक बुकिंग 72 रुपये आयी। तीस प्रतिशत काटने के बाद इसमें क्या लाभ होगा।
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Patna News: पटना में साइबर ठग गिरफ्तार, दिल्ली जल बोर्ड के नाम पर करता था धोखाधड़ी
राज्य ब्यूरो, पटना। Patna News: दिल्ली जल बोर्ड के लोगो का उपयोग कर साइबर ठगी किए जाने के मामले में सीबीआइ ने पटना से आरोपित बिट्टू कुमार को गिरफ्तार किया है। सीबीआइ ने उसे उस समय गिरफ्तार किया, जब वह पेट्रोल पंप पर नकदी निकालने के लिए डेबिट कार्ड बदल रहा था।
इसके अलावा सीबीआइ ने तीन स्थानों पर तलाशी ली, जिसमें 11 मोबाइल, अन्य खाताधारकों के 14 डेबिट कार्ड, नकदी, नोट वेंडिंग मशीन और अन्य आपत्तिजनक सामग्री बरामद हुई है।
सीबीआइ ने बयान जारी कर बताया कि आरोपी बिट्टू कुमार को 17 अप्रैल को पटना में गिरफ्तार किया था। उसे पटना में कोर्ट में पेश किया गया, जहां से चार दिनों की ट्रांजिट रिमांड मंजूर की गई। इसके बाद उसे शनिवार को दिल्ली में सक्षम न्यायालय के समक्ष पेश किया गया।दरअसल, सीबीआइ को शिकायत मिली थी कि एक गिरोह दिल्ली जल बोर्ड का पानी कनेक्शन बंद होने, बकाया होने या कनेक्शन ठीक करने के नाम पर लोगों को वाट्सएप मैसेज भेजता था।
आरोपी के वाट्सएप अकाउंट में डिस्प्ले पिक्चर (डीपी) के रूप में दिल्ली जल बोर्ड के लोगो का उपयोग किया जाता था, ताकि ग्राहकों का भरोसा जीता जा सके। भेजे गये मैसेज में एक लिंक होता था, जिस पर क्लिक करते ही उपभोक्ता के वाट्सएप अकाउंट से लेकर वित्तीय डेटा और अन्य मोबाइल डेटा तक उसकी पहुंच हो जाती थी। इसका इस्तेमाल कर वह ठगी करता था।
आरोपियों ने इस मामले में दिल्ली सीबीआइ की एक महिला अधिकारी रत्ना चौहान वर्मा से भी ठगी की थी। इस मामले की जांच जारी है।
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Chirag Paswan: 'मैं ज्यादा समय तक केंद्र में नहीं रहना चाहता', चिराग पासवान के बयान से सियासी हलचल तेज
राज्य ब्यूरो, पटना। लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान आगामी बिहार विधानसभा का चुनाव लड़ने की तैयारी में है। इसका संकेत उन्होंने शनिवार को अपने बयान से दिया।
चिराग ने अपने बयान में कहा कि मेरा प्रदेश मुझे बुला रहा है। मेरे पिता केंद्र की राजनीति में ज्यादा सक्रिय रहे थे, लेकिन मेरी प्राथमिकता बिहार है और मैं ज्यादा समय तक केंद्र में नहीं रहना चाहता।
उनके इस बयान पर उनकी ही पार्टी के वरिष्ठ नेता से कहा कि हमारे चिराग पासवान ने स्पष्ट संकेत दिया है कि वह केंद्र की राजनीति से दूरी बनाकर राज्य में सक्रिय राजनीति की ओर लौटना चाहते हैं। फिर विधानसभा चुनाव तो लड़ेंगे ही। राज्य की राजनीति में केंद्रीय भूमिका में चिराग से योग्य युवा नेता कोई नहीं हो सकता।
शनिवार को चिराग ने अपने बयान में साफ कहा कि उनकी पार्टी तमाम कार्यकर्ता और प्रदेश के युवा लगातार मांग कर रहे हैं कि वह बिहार की राजनीति के केंद्र में सक्रिय भूमिका निभाएं।
चिराग ने कहा कि मेरी सभाओं में युवाओं की भीड़ और कार्यकर्ताओं की मांग बताती है कि बिहार मेरी जिम्मेदारी है। मैं केंद्रीय मंत्री के रूप में अपनी जिम्मेदारियों को निभाऊंगा, लेकिन बिहार मेरी प्राथमिकता रहेगा।
वैसे बता दें कि बिहार में मुख्यमंत्री का चेहरा को लेकर चिराग पासवान ने कहा कि बिहार में एनडीए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में 2025 का विधानसभा चुनाव लड़ेगा और पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाएगा।
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ITR Filing Last Date: आईटीआर फाइल करने की अंतिम तारीख कब है, रिफंड का क्या होगा? पढ़ लीजिए यहां सबकुछ
जागरण संवाददाता, पटना। आयकर विभाग की ओर से निर्धारित तिथि से आयकर रिटर्न (आईटीआर) दाखिल करने की प्रक्रिया आरंभ हो जाएगी। ऐसे में बगैर देर किए आपको आयकर रिटर्न दाखिल करने की जरूरत है। इसे ससमय दाखिल करने से आपको रिफंड हो तो जल्द ही रिफंड मिलना आरंभ होगा। वर्ष 2024 में अप्रैल महीने में ही आयकर विभाग की ओर से ऑनलाइन फार्म जारी कर दिए गए थे।
आईटीआर जारी करने की अंतिम तिथि 31 जुलाईआईटीआर में किसी तरह का अंतर नहीं होने पर रिफंड जारी कर देता है। उन्होंने बताया कि आयकर रिटर्न दाखिल करने की अंतिम तिथि 31 जुलाई निर्धारित होती है।
फॉर्म 16 मई महीने में जारी होते हैंइससे उम्मीद की जा रही है कि फार्म जारी हो। इसके बाद जिनका टीडीएस नहीं कटा हो वैसे आयकरदाता आईटीआर दाखिल भी कर सकते है, क्योंकि फॉर्म 16 मई महीने में जारी होते है। आयकर विशेषज्ञ सीए आशीष रोहतगी व सीए रश्मि गुप्ता ने बताया कि आयकर विभाग की ओर से आइटीआर फार्म के लिए कवायद की जा रही होगी। ऐसे में उम्मीद है कि जल्द ही यह फार्म आ आएं।
यदि आप ससमय आयकर रिटर्न दाखिल कर देते है तो आपका रिफंड भी जल्द मिल जाएगा। यदि इसमें देरी हुआ तो रिफंड में भी देरी हो सकता है। दरअसल, इनकम टैक्स डिपार्टमेंट डेडलाइन के अंदर आइटीआर फाइल होने के बाद रिटर्न की प्रक्रिया आरंभ करता है।
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Patna News: पटना में इस जगह चलने लगा बुलडोजर, 98 झोपड़ियों को कर दिया ध्वस्त, महिलाएं लगाती रहीं गुहार
जागरण संवाददाता, पटना सिटी। आलमगंज थाना अन्तर्गत वार्ड-53 में गायघाट स्थित महात्मा गांधी सेतु के नीचे और न्यायिक प्रशिक्षण केंद्र के सामने अस्थायी रूप से बनी झुग्गी-झोपड़ी में जीवन व्यतीत करने वालों के बीच शनिवार को एक बार फिर कोहराम मच गया।
जिला प्रशासन के आदेश पर पुलिस बल की मौजूदगी में अधिकारियों ने जगह अतिक्रमित कर बनाई गई 98 झोपड़ियों को हटाया। इस दौरान हंगामा और चीख-पुकार मची रही।
जीवन यापन के लिए जरूरी सामानों को सुरक्षित करने में महिला, पुरुष, बच्चे सभी लगे रहे। दंडाधिकारी सुनील कुमार, निगम के अजीमाबाद अंचल के अतिक्रमण प्रभारी बिट्टू कुमार, टास्क फोर्स के सदस्य अतिक्रमणकारियों को जगह खाली करने का आदेश देते रहे।
उन्होंने कहा कि यहां सड़क और अन्य निर्माण होना है। अतिक्रमण हटाने के लिए 21 पुरुष एवं 20 महिला पुलिस बल, तीन टीपर, तीन जेसीबी, तीन 407 टीपर, एक हाईवा और अन्य उपकरण लगाए गए थे।
अनुमंडलाधिकारी सत्यम सहाय ने खाली कराए जा रहे जगह का निरीक्षण करने के दौरान बताया कि 98 झोपड़ियों को हटाया गया है।
चाहे बुलडोजर चला दो, मर जाएंगे पर यहीं रहेंगे70 साल की नसीमा, 75 साल के सलमान मियां, सैरून खातून, मोहम्मद सामो और अन्य हाथ जोड़े प्रशासन के सामने रोते-गिड़गिड़ाते रहे। उन्होंने कहा कि चाहे बुलडोजर चला दो, हम मर जाएंगे लेकिन यहीं रहेंगे। हमारी चौथी पीढ़ी यहां रह रही है।
वृद्ध महिला ने बताया कि कांग्रेस की सरकार में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने गायघाट में महात्मा गांधी सेतु का वर्ष 1982 को उद्घाटन किया था। उससे पहले से हमारे पूर्वज सेतु के नीचे रह रहे हैं। आज बीजेपी सरकार इसी पुल के बगल में दूसरा गांधी सेतु बना रही है।
हमारी झोपड़ियों को बार-बार नोच दिया जाता है। सामान तोड़ दिया जाता है। हम यहां से कहां जाएं? इन अतिक्रमणकारियों ने कहा कि हम वोट देते हैं। मतदाता पहचान पत्र, राशन कार्ड सब कुछ है। हमें आज तक एक धूर जमीन सरकार ने नहीं दी, न ही पक्का मकान दिया।
उन्होंने कहा कि वर्षों से पुनर्वास की मांग की जा रही है। इनका कहना था कि हमें कभी इंसान नहीं हमेशा वोटर समझा गया।
न्यायिक प्रशिक्षण केंद्र के समीप गायघाट से लेकर डंका इमली तक कई परिवार वर्षों से अनाधिकृत रूप से रह रहा है। यहां सड़क व अन्य निर्माण होना है। जिला प्रशासन के निर्देशानुसार अतिक्रमण समाप्त किया जाना है। सामान हटाने के लिए कुछ समय दिया गया है। - सुनील कुमार, कार्यपालक दंडाधिकारी
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