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Lok Sabha Election 2024: PM Modi का बिहार में मास्टर स्ट्रोक, चुनाव से पहले देंगे होली का 'स्पेशल गिफ्ट'
राज्य ब्यूरो, पटना। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की 20 महीने बाद शनिवार की बिहार यात्रा को लेकर भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता मनोज शर्मा ने प्रसन्नता प्रकट की है। उन्होंने कहा है कि 12 जुलाई 2022 को प्रधानमंत्री मोदी बिहार दौरे पर आए थे उस समय बिहार में राजग की सरकार थी। लगभग 20 महीने के बाद फिर से प्रधानमंत्री आ रहे हैं। अब फिर बिहार में राजग की सरकार है।
अब दो मार्च को मोदी बिहार दौरे पर सिर्फ सभा करने नहीं आ रहे है सभा से पहले वो बेगूसराय से 1.64 लाख करोड़ रुपये से अधिक के राष्ट्रव्यापी प्रोजेक्ट लांच करेंगे।
बिहार को 29000 करोड़ का तोहफाइस राष्ट्रव्यापी प्रोजेक्ट में से 29000 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट बिहार के लिए हैं। बिहार से लांच होने वाले प्रोजेक्ट तेल एवं गैस फर्टिलाइजर के अलावा रेलवे सहित कई क्षेत्रों से संबंधित है।
इन प्रोजेक्ट में से 39 प्रोजेक्ट तेल-गैस क्षेत्र से जुड़े हैं। 10 प्रोजेक्ट रेलवे के हैं और इस दौरान छह नई ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई जाएगी। नए सिरे से स्थापित बरौनी फर्टिलाइजर प्लांट का उद्घाटन किया जाएगा।
रोजगार को मिलेगा बढ़ावायह प्लाट न केवल यूरिया के घरेलू उत्पादन को बढ़ावा देगा बल्कि रोजगार के अवसर भी पैदा करेगा। इस प्लांट की क्षमता 12.5 एमटीपीए यूरिया प्रोड्यूस करने की होगी। आयुष्मान भारत की योजना लांच करेंगे। अब जिनके पास राशन कार्ड है यानी जिन्हें अभी अनाज फ्री में मिल रहा है, उन्हें अब निशुल्क में इलाज मिलेगा।
तेजस्वी की विश्वास यात्रा पर कसा तंजशर्मा ने कहा कि तेजस्वी यादव बेवजह बिहार की सड़कों पर घूम रहे हैं वो चाहते हैं कि उनसे लोग सहानुभूति जताए लेकिन, सबने इनके और इनके परिवार की आचरण को देख लिया है और समझ लिया है।
KK Pathak: केके पाठक की हो गई बिहार से छुट्टी, केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जाएंगे अपर मुख्य सचिव
राज्य ब्यूरो, पटना। शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जाएंगे। राज्य सरकार ने उनके अनुरोध को स्वीकार कर लिया है। आधिकारिक तौर पर मिली जानकारी अनुसार केंद्र में उनके पदस्थापन की सूचना के तुरंत बाद सामान्य प्रशासन विभाग उन्हें विरमित किए जाने की अधिसूचना जारी करेगा।
केके पाठक के केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जाने के संदर्भ में यह बताया गया कि उन्होंने केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जाने के संबंध में राज्य सरकार को अनुरोध पत्र लिखकर अनुमति मांगी थी। उनके लगातार अनुरोध पर राज्य सरकार ने गुरुवार को उन्हें केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जाने को अपनी मंजूरी प्रदान कर दी। केके पाठक अपर मुख्य सचिव स्तर के अधिकारी हैं इसलिए वह केंद्र में सचिव स्तर पर नियुक्त हो सकते हैं।
खूब चर्चा में रहा केके पाठक का कार्यकालशिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक का कार्यकाल खूब चर्चा में रहा। पिछले कुछ हफ्ते से स्कूलों की टाइमिंग वाले प्रकरण में वह सदन में विपक्ष के निशाने पर थे। अपर मुख्य सचिव ने स्कूलाें की कार्य अवधि के संबंध में यह निर्देश दिया था कि शिक्षक सुबह नौ बजे से शाम पांच बजे तक स्कूल में रहेंगे। शिक्षकों को इस टाइमिंग को लेकर आपत्ति थी। विधानसभा में विपक्ष ने केके पाठक के इस आदेश पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मौजूदगी में खूब हंगामा किया था।
स्कूल टाइमिंंग पर विवादइस पर मुख्यमंत्री ने सदन में यह कहा था कि स्कूलों की टाइमिंग सुबह 10 बजे से चार बजे तक रहेगी। इस मामले में वह खुद शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव को बुलाकर निर्देश देंगे। इसके बाद भी स्कूलों की टाइमिंग काे लेकर कोई नया निर्देश जारी नहीं हुआ। इस पर गुरुवार काे विधानसभा में विपक्ष ने आसन के समक्ष नारेबाजी की और सदन का वाकआउट भी किया। बजट सत्र के दौरान दो से तीन बार यह विषय सदन में आया।
महागठबंधन की सरकार में भी केके पाठक सुर्खियों में रहे। तत्कालीन शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर से उनकी नहीं बनी। वह बीच में छुट्टी पर भी चले गए थे। बाद में चंद्रशेखर से शिक्षा मंत्री का पद छीन कर आलोक मेहता को शिक्षा मंत्री बनाया गया। विद्यालयों के लगातार निरीक्षण को लेकर केके पाठक चर्चा में थे। कुछ वर्ष पूर्व जब वह केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से लौटे थे तो शराबबंदी को सख्ती से लागू कराने को ले सरकार ने उन्हें मद्य निषेध विभाग का जिम्मा सौंपा था। वहां भी वह चर्चा में रहे। अपने निर्णय की अवज्ञा से उन्होंने उक्त विभाग को छोड़ दिया था।
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बिहार में बालू के अवैध परिचालन से कंगाल हो रहे ट्रांसपोर्टर, विजय सिन्हा को पत्र लिखकर लगाई मदद की गुहार
जागरण टीम, नौबतपुर (पटना)। Illegal Sand Mining In Bihar। बिहार ट्रक ट्रांसपोर्ट ओनर एसोसिएशन (Bihar Truck Transport Owner Association) भी बालू के अवैध परिचालन से परेशान है। गुरुवार को ट्रक ट्रांसपोर्ट ओनर एसोसिएशन के लोगों ने पटना नौबतपुर में बैठक कर विचार विमर्श किया।
बैठक में कई मांगो को लेकर चर्चा हुई। जिसमें पहली मांग है कि बिहार के सभी बालू घाट एवं क्रशर से मिट्टी के चालान के साथ वैध बालू गिट्टी लोडिंग कराई जाए।
इसके अलावा, तत्काल प्रभाव से नौबतपुर और मसौढ़ी में 24 घंटे के लिए खनन पदाधिकारी और परिवहन पदाधिकारी की नियुक्ति की जाए। साथ ही पुलिस प्रशासन (Bihar Police) द्वारा मालवाहक वाहनों से अवैध वसूली बंद कराई जाए और वैध परिचालन में सहयोग हो।
वीर कुंवर सिंह सेतु पर वाहनों का लोड सहित जाम कम करने के उद्देश्य से ट्रांसपोर्ट ओनर एसोसिएशन गांधी सेतु और जेपी सेतु पर वैध रूप से बालू लदे वाहनों का परिचालन शुरू कराना चाहता है।
पासिंग माफिया के सहयोग से अवैध लोडिंगबिहार ट्रक ट्रांसपोर्ट ओनर एसोसिएशन ने उपमुख्यमंत्री (Vijay Sinha) का ध्यान बालू माफिया की तरफ भी उत्कृष्ट कराया है। बिहार के सारे बालू घाटों से बिना चालान एंट्री और पासिंग माफिया (San Mafia) के सहयोग से अवैध लोडिंग वाहनों का परिचालन कराया जा रहा है। इस वजह से बिहार सरकार को रोजाना करोड़ों रुपए के राजस्व की क्षति हो रही है। इससे बालू माफिया मालामाल और ट्रक ट्रांसपोर्टर कंगाल हो रहे हैं।
खनन मंत्री को लिखा पत्रविदित हो कि बुधवार को बिहार ट्रक ट्रांसपोर्ट ओनर एसोसिएशन के सदस्यों ने बिहार उपमुख्यमंत्री सह खनन मंत्री विजय कुमार सिन्हा (Vijay Kumar Sinha) को पत्र देकर उन्हें अपनी समस्याओ से अवगत कराया है। पत्र में उन्होंने बालू माफियाओं द्वारा सरकार के राजस्व की हानि और 4 सूत्री मांगों से सबंधित पत्र भी सौंपा।
'लालू यादव ने किस दल को नहीं...', BJP ने 15 साल के शासन पर उठाया सवाल, RJD से मांगा जवाब
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Politics : विधान परिषद में गुरुवार को उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने विपक्ष के आरोप पर जमकर पलटवार किया। उन्होंने नीति-सिद्धांत की बात करने वाले को चुनौती देते हुए कहा कि राजद नेता बताएं कि लालू यादव ने अपने 15 वर्ष के शासन काल में किस दल को नहीं तोड़ा।
सम्राट का करारा पलटवारसम्राट ने विपक्षी दलों के विधायकों के राजग में सम्मिलित कराने को लेकर लगाए जा रहे आरोप पर करारा पलटवार किया।
उन्होंने सदन को बताया कि 12 फरवरी को 'खेला' करने एवं लोकतंत्र का चीरहरण करने की तैयारी थी। खेला करने का दंभ भरने वाले लोगों को शीघ्र पता चलेगा।
खरीद-फरोख्त की जांच जारी : सम्राटसम्राट चौधरी बतौर वित्त मंत्री बिहार विनियोग विधेयक-2024 पर विधान परिषद में सरकार का उत्तर दे रहे थे।उन्होंने कहा, 12 फरवरी को बिहार विधानसभा में जो हुआ, उसे सभी ने देखा, जिस दिन राजग सरकार ने विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव जीता था। यह खरीद-फरोख्त का स्पष्ट मामला है और जांच जारी है।
बिहार के लोगों को उन सभी के बारे में जल्द ही पता चल जाएगा, जो वास्तव में खरीद-फरोख्त में शामिल थे। इससे पहले सम्राट चौधरी ने नौकरी का श्रेय लेने पर भी विपक्ष को आईना दिखाया।
उन्होंने कहा कि लालू यादव अपने 15 वर्ष के शासन में एक लाख लोगों को नौकरी नहीं दे पाए। पगड़ी को लेकर किए गए कटाक्ष पर भी सम्राट ने विपक्ष को नसीहत दी। उन्होंने कहा कि अयोध्याजी जाकर श्रीराम प्रभु के चरणों में पगड़ी उतारूंगा। लव-कुश का वंशज हूं। वचन का पक्का हूं।
परिषद से विनियोग विधेयक पारितविधान परिषद ने विनियोग विधेयक के माध्यम से दो लाख 82 हजार 992 करोड़ 32 लाख 78 रुपये की राशि खर्च करने पर मुहर लगा दी। मंत्री ने सदन को बताया कि शहरों की विकास योजना भी बनाई जाएगी।
क्रमबद्ध रूप में इस योजना को अन्य शहरों के लिए भी विस्तारित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पहले शहरों के विकास को लेकर गंभीरता नहीं थी।
पटना के लिए भी 60 के दशक में विकास की योजना बनी। इसके बाद जब राज्य में एनडीए की सरकार बनी तब कहीं जाकर पटना के समुचित विकास पर काम हो सका। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इसे लेकर गंभीर हैं।
मास्टर प्लान में शहरों के विकास का पूरा खाकामास्टर प्लान में शहरों के विकास का पूरा खाका होगा। उद्योग कहां लगेंगे, ड्रेनेज सिस्टम कहां होगा, वृक्षारोपण के लिए व्यवस्था रहेगी। पार्कों के प्रविधान किए जाएंगे। सभी कुछ इस प्लान का हिस्सा होंगे।
साथ ही सभी जिलों में टाउन हाल की परिकल्पना को साकार किया जाएगा। इसके साथ ही जहां जमीन की उपलब्धता होगी, वैसे सभी नगर निकायों में टाउन हाल की तर्ज पर सम्राट अशोक कन्वेंशन सेंटर सरकार बनाएगी।
उन्होंने कहा कि सरकार सभी शहरों में बुनियादी नागरिक सुविधाएं हर हाल में सुलभ कराने की योजना पर भी काम कर रही है।
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राज्य ब्यूरो, पटना। One Time Tax Settlement Scheme वैट (वैल्यू एडेड टैक्स) अधिनियम के तहत के तहत टैक्स विवाद में फंसे राज्य के हजारों कारोबारियों के लिए सरकार की खबर है। कर विवादों में फंसे कारोबारी विवादित कर राशि का 35 प्रतिशत ब्याज जबकि जुर्माना राशि का 10 प्रतिशत टैक्स देकर विवाद से छुटकारा पा सकते हैं।
इसके लिए जल्द ही एक मुश्त कर समाधान योजना लाई जाएगी। गुरुवार को विधानसभा में उप मुख्यमंत्री सह वित्त मंत्री सम्राट चौधरी ने बहार कराधान विवादों का समाधान विधेयक, 2024 पेश किया।
मंत्री ने सदन को बताया कि बिहार कराधान विवादों का समाधान विधेयक, 2024 छह माह के लिए लाया जा रहा है। इसके तहत व्यापारियों को बड़ी राहत मिलेगी। इसके माध्यम से व्यापारियों को एक मुश्त निपटान योजना का लाभ मिलेगा।
कारोबारियों को मिलेगी बड़ी राहतउन्होंने कहा कि यह व्यवस्था व्यापारियों के सुझाव पर ही लाई जा रही है। आवश्यकता पड़ने पर इस अवधि को बढ़ाया भी जा सकता है। उन्होंने कहा कि कानून के तहत समाधान योजना में ब्याज और जुर्माने के मामलों में 90 प्रतिशत की माफी दी गई है। विवादित ब्याज और पेनाल्टी का मात्र 10 प्रतिशत भुगतान करने पर विवाद का निपटारा हो जाएगा।
वहीं, बकाया कर के मामलों में 65 प्रतिशत की माफी दी जाएगी। यानी बकाया कर की विवादित राशि का मात्र 35 प्रतिशत भुगतान करने पर विवाद समाप्त हो जाएगा। बाद में सदन में इस विधेयक को ध्वनिमत से पारित कर दिया गया।
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राज्य ब्यूरो, पटना। राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने कहा है कि भाजपा रामराज लाने की घोषणा करने के बदले अपने 10 साल के शासन की उपलब्धियां बताए। यह बताए कि इन वर्षों में कितने लोगों को रोजगार दिया।
राजद नेता ने कहा कि किसानों को आमदनी दोगुना करने का वादा किया था। आज उन्हीं किसानों के साथ दिल्ली के बॉर्डर पर दुश्मन की तरह क्यों व्यवहार हो रहा है। उन्होंने कहा कि बीते 10 वर्षों में सिर्फ मंदिर-मस्जिद के नाम पर देश में तनाव पैदा किया गया है।
'राजनाथ सिंह कहते हैं कि...'शिवानंद तिवारी ने कहा कि उपलब्धि के तौर पर सिर्फ अयोध्या में मंदिर के नाम पर पुनः सत्ता में आने का जुगाड़ बैठाने की कोशिश हो रही है, लेकिन अब इनकी दाल गलने वाली नहीं है। देश के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह कहते हैं कि रामलला कुटिया से निकल कर महल में आ गए। रामराज आने से दुनिया की कोई ताकत नहीं रोक सकती है।
'रामराज का संविधान क्या होगा'तिवारी ने कहा, भाजपा बताए कि रामराज का संविधान क्या होगा। हमारे संविधान में तो रामराज की कोई कल्पना नहीं है। इसलिए स्वाभाविक है कि रामराज लाने के लिए बाबा साहब अंबेडकर के मौजूदा संविधान को गंगा में प्रवाहित करना पड़ेगा।
उन्होंने यह भी कहा किया कि राम के राज में वर्णाश्रम धर्म का उल्लंघन करने वाले शंबूक को क्या सजा मिली थी, यह सबको स्मरण है, इसलिए एक दलित द्वारा लिखित संविधान राम के राज में कैसे चलेगा।
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'ये कौन अधिकारी है, जो खुद को...'; KK Pathak की मनमानी पर विधान परिषद में हंगामा, BJP ने ही नीतीश सरकार को घेरा
राज्य ब्यूरो, पटना। शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक की मनमानी को लेकर विधान परिषद में गुरुवार को सदस्यों ने एकजुट होकर अपना विरोध जताया। शून्यकाल में जदयू-भाजपा सदस्यों के साथ कांग्रेस और वामदल के सदस्यों ने अपनी सीट से खड़े होकर सरकार से अफसर पर कार्रवाई करने की मांग की।
शिक्षा विभाग के रवैये को सरकार और सदन की अवमानना बताते हुए केके पाठक को सदन में बुलाने की मांग की गई। सदस्यों को शांत कराने के लिए सभापति को अपने आसन से खड़ा होना पड़ा। उन्होंने पूरी स्थिति पर चिंता जताते हुए कहा कि वह सदन की भावना से अवगत हैं। सरकार को इस पर गंभीरता से विचार करना चाहिए। जो बातें हो रही हैं, वह चिंताजनक हैं।
'आखिर स्कूलों की टाइमिंग क्या है'इसके पूर्व जदयू के संजीव कुमार सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री के सदन में बयान देने के बावजूद स्कूलों का समय नहीं बदला है। अब कुलपतियों का वेतन रोक दिया गया है। सरकार को प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताना चाहिए कि आखिर स्कूलों की टाइमिंग क्या है।
'ये कौन अधिकारी है, जो खुद को...'भाजपा के नवल किशोर यादव ने कहा कि ये कौन अधिकारी है, जो खुद को सीएम से भी ऊपर समझता है। राज्य से बड़ा, सरकार से बड़ा, सदन से बड़ा कोई व्यक्ति नहीं हो सकता। यह हिटलरशाही है। ऐसे अधिकारी पर विशेषाधिकार हनन का मामला चलना चाहिए।
प्रो. राजेंद्र प्रसाद गुप्ता ने कहा कि विश्वविद्यालयों के कुलपति राजभवन के आदेश से शिक्षा विभाग की बैठक में शामिल नहीं हुए। अब केके पाठक का आदेश आया है कि कुलपतियों का वेतन रोक दिया जाए। यह अराजकता है।
इसके अलावा कई अन्य सदस्यों ने भी इस मुद्दे पर अपना विरोध जताया। शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने जवाब दिया कि सरकार को जो सदन में बोलती है, लागू वही होता है। सीनेट की बैठक विभाग की ओर स्थगित कर दी गई है, इसलिए कार्रवाई नहीं हो सकती। कुलपतियों पर की की कार्रवाई संज्ञान में नहीं है।
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Bihar Land News : दाखिल-खारिज में कोताही पर 100 अफसरों को 'नोटिस', डिप्टी CM के निर्देश से बढ़ी टेंशन
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Land News : उप मुख्यमंत्री सह राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री विजय कुमार सिन्हा ने गुरुवार को कहा कि दाखिल-खारिज में कोताही बरतने वाले एक सौ पदाधिकारी व कर्मियों से स्पष्टीकरण मांगा गया है।
बिना स्पष्ट कारणों के दाखिल-खारिज को आए आवेदन को अस्वीकृत नहीं किया जाएगा। विधानसभा में इस बाबत केसरिया की विधायक शालिनी मिश्रा द्वारा लाए गए एक प्रश्न के जवाब में उप मुख्यमंत्री ने यह बात कही।
आवेदनों को तुरंत निपटाने के निर्देशउप मुख्यमंत्री ने कहा कि दाखिल-खारिज आवेदनों के त्वरित निष्पादन के लिए विभाग द्वारा राज्य के सभी अंचलों में आड-इवेन प्रणाली अपनाई गई है।
अंचलाधिकारियों के साथ-साथ राजस्व अधिकारी को भी दाखिल-खारिज करने की शक्ति प्रदान की गई है। दाखिल-खारिज आवेदनों को निष्पादित करने के क्रम में फर्स्ट इन फर्स्ट आउट पद्धति का अनुपालन सुनिश्चित किया गया है।
सरल और पारदर्शी प्रक्रियाउप मुख्यमंत्री ने यह जानकारी दी कि दाखिल-खारिज की प्रक्रिया को सरल एवं पारदर्शी बनाया गया है। अब तक 1.22 करोड़, 79 हजार, 566 दाखिल खारिज के आवेदन मिले हैं।
इनमें से 1.15 करोड़, नौ हजार , 308 आवेदनों का दाखिल-खारिज किया जा चुका है। जो आवेदन आए उनमें से 46,34 लाख, 917 आवेदनों को खारिज किया जा चका है।
लंबित आवेदनों की संख्या 7.70 लाख, 264 है। आपत्ति प्राप्त आवेदनों के निष्पादन की समय सीमा 75 दिन जबकि बिना आपत्ति वाले आवेदनों की समय सीमा 35 दिन है।
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Tejashwi Yadav: 3000 KM की यात्रा पूरी कर तेजस्वी लौटे पटना, अब RJD को बस इस दिन का इंतजार
राज्य ब्यूरो, पटना। Tejashwi Yadav Yatra राष्ट्रीय जनता दल के वरिष्ठ नेता और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव जन विश्वास यात्रा कर पटना लौट आए हैं। 20 फरवरी से शुरू हुई जन विश्वास यात्रा के दौरान नेता प्रतिपक्ष ने सभी जिलों से गुजरते हुए करीब तीन हजार किमी की यात्रा की।
गुरुवार को यात्रा का आखिरी दिन था। अब नेता प्रतिपक्ष तीन मार्च को गांधी मैदान की अपनी जन विश्वास महा रैली की तैयारियों में जुट गए हैं। तेजस्वी की जन विश्वास यात्रा को लेकर पार्टी के प्रवक्ता चितरंजन गगन ने कहा कि यह यात्रा बिहार की राजनीति में एक ऐतिहासिक उपलब्धि के रूप में याद किी जाएगी।
उन्होंने कहा कि यात्रा के दौरान लोगों में गजब का उत्साह और विश्वास देखने को मिला। निर्धारित समय से 12-12 घंटे लेट पहुंचने के बावजूद स्वस्फूर्त रूप से सड़क पर आए लोग रात्रि के तीसरे और चौथे पहर तक अपने नेता के इंतजार में खड़े रहे।
तीन मार्च को गांधी मैदान में महारैलीचितरंजन गगन ने कहा कि अब तेजस्वी यादव के निमंत्रण पर अब बिहार भर के लोग तीन मार्च को गांधी मैदान में आयोजित रैली में शामिल होने यहां आएंगे। उन्होंने कहा कि राज्य के कोने-कोने से रैली में आए लोगों को किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं हो। इस पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। पार्टी के वरिष्ठ नेता लगातार रैली की तैयारियों की समीक्षा कर रहे हैं।
राजद नेता ने बताया कि रैली में दो मार्च की सुबह से हीं लोग पटना पहुंचना शुरू कर देंगे। पटना सहित राज्य के सभी प्रमुख शहरों एवं कस्बों को तोरणद्वार, होर्डिंग्स, और झंडा-बैनर से सजाया जा रहा है। पटना जंक्शन, राजेन्द्र नगर टर्मिनल, पाटलिपुत्र एवं दानापुर रेलवे स्टेशन पर स्वागत कक्ष बनाया जा रहा है।
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Bihar Parcel Booking: अब घर बैठे भेज सकेंगे पार्सल, नहीं काटने होंगे पोस्ट ऑफिस के चक्कर; जानें क्या है डाक विभाग की योजना
जागरण संवाददाता, पटना। अब अपने सामान को कहीं भेजने के लिए पोस्ट ऑफिस का चक्कर लगाना नहीं पड़ेगा। अब उपभोक्ताओं को उनके घर ही वाहन आकर पार्सल बुकिंग कर सामान को गंतव्य तक पहुंचा देगा।
बुधवार को बिहार परिमंडल के मुख्य डाक महाध्यक्ष ने पटना साहिब मंडल के तहत मोबाइल पार्सल सुविधा वैन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
यह पार्सल वाहन शहरी क्षेत्र के विभिन्न हिस्सों में घूम-घूम कर पार्सल की बुकिंग भी लेंगे। इसके अतिरिक्त कहीं से आने वाले पार्सल की भी डिलेवरी देंगे।
इससे ग्राहकों के सामान सही समय पर आने-जाने की व्यवस्था सुनिश्चित हो जाएगी। बिहार डाक परिमंडल में 22 ई-कामर्स कंपनियां संपर्क में हैं।
सेवा विस्तार के लिए प्रयासरत डाक विभागडाक विभाग के सहयोग से शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र में अपनी सेवा के विस्तार के लिए प्रयासरत भी है। कुछ महीनों में बिहार में पार्सल की बुकिंग एवं वितरण व्यवस्था काफी तेज हुई है।
छोटे निर्यातक एवं उद्यमियों को भी मिलेगा फायदाछोटे निर्यातकों की सुविधा को देखते हुए डाक विभाग की ओर से शहरों में डाक निर्यात केंद्र भी खोले गए हैं। इससे मध्यम से छोटे निर्यातक एवं उद्यमी भी अपने उत्पाद को आसानी से निर्यात कर पा रहे हैं।
ग्राहकों को त्वरित डिलीवरी की भी सूचना मिल रही है। इसके लिए पोस्टमैन मोबाइल एप सुविधा पहले से ही दी जा रही है।
ये अधिकारी रहे मौजूदमोबाइल पार्सल सुविधा वैन के लांच के मौके पर निदेशक डाक सेवाएं मुख्यालय पवन कुमार, प्रवर डाक अधीक्षक राजदेव प्रसाद, डाक अधीक्षक पटना साहिब रणधीर कुमार भी थे।
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PM Kisan Yojana: क्या आपको भी नहीं मिले सम्मान निधि के 2000 रुपये, यहां जानिए कैसे मिलेगी रुकी हुई किस्त
डिजिटल डेस्क, पटना। PM Kisan Yojana पीएम मोदी ने महाराष्ट्र के यवतमाल में आयोजित एक समारोह के दौरान किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम-किसान) के तहत 21,000 करोड़ रुपये से अधिक की 16वीं किस्त जारी कर दी है। योजना के तहत अब तक 11 करोड़ से ज्यादा किसान परिवारों को तीन लाख करोड़ रुपये से ज्यादा की रकम उनके खाते में ट्रांसफर की जा चुकी है।
प्रधानमंत्री ने 'नमो शेतकारी महासम्मान निधि' की लगभग 3,800 करोड़ रुपये की दूसरी और तीसरी किस्त भी वितरित कर दी है। इससे पूरे महाराष्ट्र में लगभग 88 लाख किसान लाभान्वित हुए। हालांकि, कई ऐसे किसान हैं जिनके खाते में पैसे नहीं पहुंचे हैं।
रुकी हुई किस्त कैसे होगी जारी?जिन किसानों के खाते में पीएम किसान योजना की दो हजार रुपये की किस्त नहीं पहुंची, उन्हें घबराने की जरूरत नहीं है। अगर वो कृषि करते हैं और उनके पास अपनी जमीन है तो उनके खाते में ये किस्त जरूर आ जाएगी।
सरकार ने जारी किए हैं हेल्पलाइन नंबरसरकार की तरफ से कुछ हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए गए हैं। टोल फ्री नंबर पर आप फोन कर हर तरह की जानकारी ले सकते हैं। 155261 या 1800115526 (Toll Free) या फिर 011-23381092 पर कॉल कर सकते हैं। यहां आपको बताया जाएगा कि किस वजह से आपकी किस्त अटक गई थी। इसके अलावा, pmkisan-ict@gov.in पर मेल करके इस बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
इसके अलावा, सरकार की तरफ से पीएम किसान सैचुरेशन अभियान भी चलाया जाता है, जिसमें किसान अपने खाते में मौजूद हर गलती को सुधार सकते हैं। ये अभियान ई-केवाईसी के लिए चलाया जाता है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के लिए किसान भाइयों को ई-केवाईसी जरूर करवानी होगी।
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राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar News: बिहार पुलिस को पांच अंकों में पुलिसिंग का फार्मूला बताया गया है। यह पांच अंक 100, 75, 30, 20 और शून्य हैं। हर अंक से जुड़े कर्तव्य हैं, जिन्हें थाना से लेकर एसपी स्तर तक के पुलिस पदाधिकारियों को पूरा करना है। पुलिस सप्ताह के अंतर्गत बुधवार को राज्य के सभी जिलों में पुलिसकर्मियों व पदाधिकारियों ने यह पंच प्रण लिया।
डीजीपी आरएस भट्टी ने बिहार पुलिस दिवस के मौके पर मंगलवार को पुलिसकर्मियों को पंच प्रण बताए थे। बुधवार को एआइजी कल्याण विशाल शर्मा ने प्रेस वार्ता में इसकी जानकारी दी।
100 % प्राथमिकी होगी दर्जपहले प्रण के अंतर्गत थाना पुलिस को सौ प्रतिशत प्राथमिकी दर्ज कर वादी को प्राप्ति रसीद देने का निर्देश दिया गया।
टाप-10 अपराधियों की गिरफ्तारीदूसरे प्रण के तहत टाप-10 अपराधियों की सूची में कम से कम 75 प्रतिशत अपराधियों की गिरफ्तारी करने का टास्क दिया गया है।
30 मिनट में थानों में सुनी जाएगी फरियादतीसरे प्रण के तहत थाने पर आने वाले फरियादी की शिकायत 30 मिनट में सुनने का निर्देश दिया गया है। 30 दिनों में जांच कर वादी को निशुल्क जांच रिपोर्ट की प्रति उपलब्ध करानी है। चरित्र सत्यापन, आर्म्स लाइसेंस आदि से जुड़ी जांच भी 30 दिनों में पूरा करने का टास्क दिया गया है।
20 मिनट के अंदर पहुंचेगी मददचौथे प्रण में डायल-112 के दूसरे चरण में सभी इलाकों में आपातकालीन स्थिति में 20 मिनट के अंदर मदद पहुंचाने का लक्ष्य दिया गया है।
जीरो टोलेरेंसपांचवें प्रण के रूप में पुलिस को जीरो टालरेंस की शपथ दिलाई गई है। इसमें महिला अपराध, रंगदारी, भ्रष्टाचार, आधिकारिक पद का दुरुपयोग जैसे अपराध में जीरो टालरेंस दिखाते हुए कड़ी कार्रवाई का निर्देश दिया गया है।
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PM Kisan Yojana: पीएम किसान योजना की 16वीं किस्त आपके खाते में आई या नहीं? इन तरीकों से अभी करें चेक
डिजिटल डेस्क, पटना। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM Kisan Samman Nidhi Yojana) की 16वीं किस्त केंद्र सरकार ने जारी कर दी है। केंद्र की मोदी सरकार ने देश के करीब 11 करोड़ किसानों के खाते में 16वीं किस्त की राशि दी है। यह पीएम किसान सम्मान निधि की यह राशि सीबीडीटी के जरिये ट्रांसफर की गई है। योजना के तहत किसानों के खाते में 2000 रुपये ट्रांसफर कर दिए गए हैं।
16वीं किस्त के जारी होते ही अधिकांश किसानों को अपने मोबाइल फोन पर मैसेज के जरिए इसकी जानकारी मिल गई है। यदि आपकों अबतक आपकों अपनी 16वीं किस्त में बारे में जानकारी नहीं मिली है, तो इन तरीकों से आसानी से जान सकते हैं कि आपको इस योजना का लाभ मिला है या नहीं।
ऐसे चेक करें अपनी 16वीं किस्त (How to check 16th installment of PM Kisan Samman Nidhi)पीएम किसान सम्मान निधि की (PM Kisan Samman Nidhi) राशि जारी होते ही लाभार्थी किसानों को मोबाइल नंबर पर मैसेज आ जाता है। यह मैसेज आपके रजिस्टर मोबाइल नंबर पर मैसेज आता है। मैसेज के जरिये आप आसानी से चेक कर सकते हैं कि आपको किसान सम्मान निधि योजना का लाभ मिला है या नहीं।
अगर किसी कारणवश आपके मोबाइल पर ऐसा कोई मैसेज नहीं आता है, तो आप अपने बैंक अकाउंट के पासबुक में एंट्री करा सकते हैं। एंट्री कराने के बाद लेटेस्ट ट्रांजेक्शन चेक कर सकते हैं।
इसके अलावा, एटीएम में जाकर मिनी स्टेटमेंट से निकाल सकते हैं। मिनी स्टेटमेंट के जरिए भी चेक कर सकते हैं कि आपके अकाउंट में सम्मान निधि की 16वीं किस्त आई है या नहीं।
नहीं आई किस्त तो इस नंबर पर करें संपर्क (What to do if 16th installment of PM Kisan Samman Nidhi has not received)यदि आपके आपके अकाउंट में किसान सम्मान निधि की राशि नहीं आई है तो आप पीएम किसान सम्मान योजना निधि योजना (PM Kisan Samman Nidhi Yojana) के हेलपलाइन नंबर 155261 या 1800115526 (Toll Free) या फिर 011-23381092 पर कॉल कर सकते हैं। इसके अलावा, pmkisan-ict@gov.in पर मेल करके इस बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
वेबसाइट से भी कर सकते हैं चेक (How to check 16th installment of PM Kisan Samman Nidhi on website)आपको पीएम किसान के अधिकारिक पोर्टल (https://pmkisan.gov.in/) पर जाना होगा। अब आप Farmers Corner को सेलेक्ट करें। इसके बाद ई-केवाईसी पर क्लिक करें। अब OTP based e-KYC पर जाएं और आधार नंबर दर्ज करें। इसके बाद आपको स्क्रीन पर ई-केवाईसी का स्टेट्स शो होगा।
PM Modi की महत्वाकांक्षी योजना (What is PM Kisan Samman Nidhi Yojana)बता दें कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना निधि योजना (PM Kisan Samman Nidhi Yojana) पीएम मोदी की सबसे महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक है। इस योजना को पीएम मोदी ने 2019 में शुरू किया था। योजना के तहत केंद्र सरकार किसानों को सालाना 6,000 रुपये की आर्थिक सहायता देती है।
केंद्र सरकार ने किसानों के लिए वर्ष 2019 में प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना निधि योजना (PM Kisan Samman Nidhi Yojana) शुरू किया था। इस योजना में सरकार किसानों को सालाना 6,000 रुपये की आर्थिक सहायता करते हैं। आज पीएम मोदी ने पीएम किसान योजना की 16वीं किस्त जारी कर दी। पीएम किसान योजना में 6,000 रुपये की राशि किस्तों में दी जाती है। हर किस्त में किसानों के अकाउंट में 2,000 रुपये की राशि आती है।
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Bihar Politics : विधायकों की 'पलटी' पर बिफरीं पूर्व CM राबड़ी देवी, सुना दी खरी-खोटी
डिजिटल डेस्क, पटना। Bihar Politics : बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी (Rabri Devi) ने बृहस्पतिवार को पाला बदलने वाले विधायकों को लेकर पूछे गए सवाल पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने खरी-खोटी सुनाने के अंदाज में नसीहत दी कि किसी को जाना ही है तो इस्तीफा देकर जाना चाहिए।
बता दें कि बिहार में सत्ता बदलने के बाद से पाला बदलने का 'खेल' जारी है। इसी क्रम में बीती 27 फरवरी को कांग्रेस के दो और राजद के एक विधायक ने सदन में अपना पाला बदल लिया था। तीनों सत्ता पक्ष की ओर जाकर बैठ गए थे।
भड़कीं राबड़ी देवीपूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने विधानसभा में जाने के दौरान मीडिया के सवालों का जवाब दिया। इस दौरान वह विधायकों के पाला बदलने के घटनाक्रम से नाराज दिखाई दीं। उन्होंने जवाब देने के क्रम में भड़कते हुए कहा कि ले जाता है, तो पहले क्यों नहीं जिताकर लाता है।
इसके बाद राबड़ी से पूछा गया कि कहां कमी रह गई थी आपकी पार्टी में? इस पर राबड़ी ने कहा कि कहीं कमी नहीं है, हमारी पार्टी में सब सही है। चार-चार विधायकों के पार्टी छोड़कर चले जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि लाज-शर्म नहीं है, जाना ही था तो इस्तीफा करके जाते।
नीतीश सरकार के खिलाफ किया प्रदर्शनराबड़ी देवी (Rabri Devi) ने विधानसभा के बाहर बृहस्पतिवार को प्रदेश सरकार के खिलाफ प्रदर्शन भी किया। इस दौरान वह अपनी पार्टी के विधायकों के साथ मौजूद थीं। उन्होंने अपने हाथ में तख्तियां ले रखी थीं। इस दौरान पार्टी विधायकों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की।
#WATCH पटना: बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री और राजद नेता राबड़ी देवी ने विधानसभा के बाहर राज्य सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। pic.twitter.com/yLLezeZOdI
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 29, 2024यह भी पढ़ें
Bihar Politics: क्या बिहार में गिरेगा कांग्रेस का एक और विकेट? इस महिला विधायक के बयान से अटकलें तेज
Bihar Politics: क्या बिहार में गिरेगा कांग्रेस का एक और विकेट? इस महिला विधायक के बयान से अटकलें तेज
डिजिटल डेस्क, पटना। Bihar Political News Hindi: बिहार की सियासत में नीतीश कुमार के पलटने के बाद अब विधायकों के पलटने का भी सिलसिला जारी हो गया है। दो दिन पहले दो कांग्रेस विधायक और एक आरजेडी विधायक के एनडीए में पाला बदलने के बाद अब एक और कांग्रेस महिला विधायक प्रतिमा दास के बयान से अटकलें तेज हो गई हैं।
कांग्रेस विधायक प्रतिमा दास ने कहा है कि माहौल चला हुआ है। फ्लोर टेस्ट में बीजेपी और जेडीयू के विधायक भी नाखुश थे। जो अपनी पार्टी से नाराज थे वह क्रॉस वोटिंग कर रहे थे। तो लोकतंत्र खतरे में है।
कुछ तो मजबूरियां रही होंगी यूं ही कोई बेवफा नहीं होते: प्रतिमा दासइसलिए पार्टी को चाहिए कि अपने-अपने विधायकों को सम्मान दें। उनकी बातों को सुने। वहीं जब पत्रकारों ने पूछा कि क्या कांग्रेस पार्टी छोड़ने वाले विधायकों को सम्मान नहीं मिल रहा था? इसपर प्रतिमा दास ने कहा कि कुछ तो मजबूरियां होंगी यूं ही कोई बेवफा नहीं होते।
कांग्रेस ने पाला बदलने वाले दोनों विधायकों को किया पार्टी से बर्खास्तकांग्रेस ने पाला बदलनेवाले अपने दोनों विधायकों सिद्धार्थ सौरव और मुरारी गौतम को पार्टी से निकाल दिया है और अ दोनों विधायकों की विधानसभा की सदस्यता खत्म कराने की तैयारी कर रही है। इसे लेकर पार्टी विधानसभा स्पीकर को चिट्ठी लिखेगी। बता दें कि मंगलवार को कांग्रेस के ये दोनों विधायक सत्ता पक्ष की तरफ जाकर बैठ गए थे।
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Bihar News: बिहार में पुलिस को मिलेगी खुली छूट, 'जातिवाद' फैलाने पर कड़ी सजा, बिहार सरकार लाने जा रही कड़े कानून
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Vidhan Sabha: प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में बढ़ते शहरीकरण, आर्थिक गतिविधियों के विस्तार, विज्ञान की नई-नई तकनीकों का विकास और साइबर और डिजिटल सुविधाओं पर लोगों की निर्भरता समय के साथ बढ़ी है। इस वजह से अपराध करने की शैली एवं अपराधों की प्रकृति में भी बड़े बदलाव हुए हैं। जिस वजह से कानून-व्यवस्था को बनाए रखना बड़ी चुनौती बन गई है।
अब सरकार बदले माहौल में अलग-अलग तरह के होने वाले अपराधों से निपटने के लिए नया कानून लाने जा रही है। जिसका नाम होगा अपराध नियंत्रण कानून 2024। गुरुवार को सरकार विधानसभा में अपराध नियंत्रण विधेयक, 2024 पेश कर सकती है।
नए कानून के दायरे में अलग-अलग श्रेणी के अपराध के लिए लागू अलग-अलग नियम-कायदों को एक ही दायरे में लाने के प्रयास किए गए हैं। कानून प्रभावी होने के बाद जाति-समुदाय, धर्म, मूलवंश के बीच किसी प्रकार की शत्रुता पैदा करने से लेकर फब्तियां कसने वाले शोहदों पर इसी कानून में किए गए प्रविधानों के तहत कठोरतम कार्रवाई होगी।
कानून के दायरे में आने वाले अपराधमहिलाओं व बच्चों से जुड़ा कोई भी अपराध या उसका प्रचार, धर्म, मूलवंश, भाषा, जाति या समुदाय के आधार पर विभिन्न धर्मो या भाषाई दलों, जातियों या समुदाय के बीच शब्दों के द्वारा या फिर शत्रुता या घृणा की भावना से अपराध करे या फिर किसी को प्रोत्साहित करे।
स्त्रियों या लड़कियों पर अश्लील फब्तियां कसे उन्हें छेड़े या गुंडा घोषित हो, अवैध तरीके से गोला-बारूद का निर्माण, परिवहन या बिक्री करे, किसी संगठित समूह के साथ मिलकर यह कृत्य करे, बालू के अवैध खनन से लेकर अन्य खनिज का अवैध तरीके से खनन, उठाव, परिवहन करे या किसी प्रकार के अपराध का प्रयास करे। शराब, मादक पदार्थ, हानिकारक मादक द्रव्य का निर्माण, परिवहन, भंडारण, स्वयं या गिरोह के सदस्य या नेतृत्वकत्र्ता के रूप में अनाधिकृत रूप से किसी की जमीन, मकान पर कब्जा करे।
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Bihar Politics: 15 विधायक छोड़ेंगे महागठबंधन? भाजपा के दिग्गज नेता ने दिया जवाब, कहा- जो शुरुआत किए हैं उसे...
डिजिटल डेस्क, पटना। Bihar Political News Hindi: बिहार में महागठबंधन के तीन विधायकों के पाला बदलने के बाद सियासत गरमा गई है। जहां,आरजेडी और कांग्रेस भाजपा पर विधायकों को तोड़ने का आरोप लगा रही है, वहीं भाजपा भी अब हमलावर हो गई है। बिहार के उपमुख्यमंत्री और दिग्गज भाजपा नेता विजय कुमार सिन्हा (Vijay Sinha) ने तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) पर हमला बोला है।
विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि बहुत कह रहे थे खेला करेंगे, अब क्या हुआ? हमने कहा था न कि ज्यादा खेला-खेला मत कीजिए नहीं तो झमेला में पड़ जाइएगा। उन्होंने कहा कि बड़ा खिलाड़ी बन रहे थे, अब लीजिए झमेला। शुरुआत किए राजद के लोग, गायब कर रहे थे, खरीद-फरोख्त का ऑफर दे रहे थे। अब बयानबाजी कर रहे हैं।
मेरा न वो विचार रहता है न वो भाव रहता है। हम इसमें विश्वास भी नहीं करते हैं लेकिन किसी भी विधायिका का अपमान करेगा तो विधायकों के सम्मान के लिए पूर्व विधानसभा अध्यक्ष के नाते वही भाव है जो सदन में रहता था।
विजय सिन्हा ने आगे कहा कि मुझे राजद का ही एक विधायक ने कहा था कि मेरा अपमान कर रहा है, छह बार के विधायक हम रह चुके हैं। हमको सम्मान नहीं मिल रहा वहां। मैं कह देता हूं कि वह विधायक स्वाभिमान के चलते ऐसा बोले। उनके बारे में सब जानते हैं। पैसे की लेनदेन की बात है ही नहीं। पैसे से किसी विधायक की निष्ठा खरीदी नहीं जा सकती है।
क्या महागठबंधन में होगी बड़ी टूट? विजय सिन्हा ने दिया जवाबविजय सिन्हा (Vijay Sinha) से जब पत्रकारों ने पूछा कि क्या अभी और खेला होगा? तो इसपर उन्होंने कहा कि जो शुरुआत किए हैं वही तो सही जवाब देंगे। विजय सिन्हा ने कहा कि हमने तो केवल न्यौता दिया जो लोग विजय करवा रहे हैं वे लोग समझें। हमारी तो कोई भूमिका उसमें है नहीं।
15 विधायकों की टूट पर विजय सिन्हा ने दिया जवाबवहीं जब मीडिया ने जेडीयू नेता श्रवण कुमार का हवाला देते हुए पूछा कि क्या महागठबंधन के 15 विधायक टूटने वाले हैं तो विजय सिन्हा ने कहा कि पूरा सदन ही हमारे संपर्क में है। हमलोग तो वंशवादी राजनीति नहीं कर रहे हैं। विजय सिन्हा ने कहा कि अब बहुत हो गया जमींदारी और वंशवादी राजनीति का खेला। अब इससे हर बिहारी मुक्ति के लिए तैयार है।
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